tag:blogger.com,1999:blog-288179458094545764.post3957052536583788775..comments2016-08-28T18:44:06.816+05:30Comments on पंचमि: सपनातेजस्विनीhttp://www.blogger.com/profile/05408003676746164909noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-288179458094545764.post-34115411115269648782010-07-06T16:42:32.293+05:302010-07-06T16:42:32.293+05:30fghfhfghfhतेजस्विनीhttps://www.blogger.com/profile/05408003676746164909noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-288179458094545764.post-50159749410640233152010-03-18T17:34:34.230+05:302010-03-18T17:34:34.230+05:30NICE ONENICE ONEಸೀತಾರಾಮ. ಕೆ. / SITARAM.Khttps://www.blogger.com/profile/17761481362207484680noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-288179458094545764.post-23076474329560717902009-11-27T14:29:23.308+05:302009-11-27T14:29:23.308+05:30आझाद जी,
पचंमि केलिये आपका स्वागत है ।
हमतो पहले...आझाद जी,<br /><br />पचंमि केलिये आपका स्वागत है ।<br /><br />हमतो पहले भारत वासी हैं । फिर क्या दक्षिण.. क्या उत्तर ? :) आपके शुभकामनाओं केलिये बहुत शुक्रिया. पंचमि से लगाव ऎसेही बनाये रखियेगा जनाब :)तेजस्विनीhttps://www.blogger.com/profile/05408003676746164909noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-288179458094545764.post-35281773145885831622009-11-27T11:17:54.954+05:302009-11-27T11:17:54.954+05:30केह्ते हैं अक्सर के दक्षिण वाले हिन्दी से चिढते है...केह्ते हैं अक्सर के दक्षिण वाले हिन्दी से चिढते हैं, क्यॊंकी वह न बोल पाते हैं न लिख पाते हैं, इसका अपवाद हो आप तेजस्विनिजी , आप्के कन्नड की तरह हिन्दी भी सठीक और लज्जतदार है..लगे रहीये...हमारी शुभकामनायें आप्के साथ हैंಜಲನಯನhttps://www.blogger.com/profile/14261872030690071378noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-288179458094545764.post-2581226248352372132009-08-05T10:03:25.648+05:302009-08-05T10:03:25.648+05:30नमस्ते, अमित के बाद जी की अवश्यकता नहीं हैं । :-) ...नमस्ते, अमित के बाद जी की अवश्यकता नहीं हैं । :-) गीत कॊ कहाँ भेजूं । मेरि ईमैल आई डी इसी लियी दिया था । , इस वाक्यॊंको डिलीट कर दीजियी इस मै कविता के ऊपर कमॆंट नहीं हैन न इस लिये :-) आपकी ईमैल आई डी देंगी तो मैं गीत कॊ भेज सकता हूं ।Amithttps://www.blogger.com/profile/14198093577827032385noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-288179458094545764.post-74082452657215616842009-08-04T14:44:49.344+05:302009-08-04T14:44:49.344+05:30"पूरी कविता ही एक हकीकत है"- यह भी सोच स...<b>"पूरी कविता ही एक हकीकत है"</b>- यह भी सोच सकते हो आप. या.. <b>"मेरा वह सपना ही एक सपना था.. सिर्फ एक सपना..."</b> ऐसेभी सोच सकते हॊ आप..:)तेजस्विनीhttps://www.blogger.com/profile/05408003676746164909noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-288179458094545764.post-58341943462836008812009-08-04T14:18:35.819+05:302009-08-04T14:18:35.819+05:30नमस्कार अमित जी.
आपके अनमोल सुझावों केलिये मैं ब...नमस्कार अमित जी. <br /><br />आपके अनमोल सुझावों केलिये मैं बहुत बहुत आभारी हूँ. <br /><br />मैं ने वह गाना नही सुना है. अगर हो सकेतो मुझे भेजदीजियेगा. आपका बहुत शुक्रिया.<br /><br />ऐसेही आते रहियेगा. आपके सुझावॊं का इन्तज़ार रहेगा हमें.तेजस्विनीhttps://www.blogger.com/profile/05408003676746164909noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-288179458094545764.post-58814561044278425192009-08-04T12:18:59.132+05:302009-08-04T12:18:59.132+05:30आपने सुना नहीं है तो एक गीत ज़रूर सुनियीगा , आपकॊ न...आपने सुना नहीं है तो एक गीत ज़रूर सुनियीगा , आपकॊ नही मिला तॊ मुझॆ कहिये मै भेज दूंगा \ amith.kh@gmail.com<br />मूवि - बाज़ार<br />गीत - दिखायी दिये युँ, के बेखुद किया<br /><br />शायद आपने सुना होगा फिर भि आपके कविता पढ कर याद आगयी वो गीत |Amithttps://www.blogger.com/profile/14198093577827032385noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-288179458094545764.post-23762886036595275722009-08-04T12:18:48.652+05:302009-08-04T12:18:48.652+05:30आपने सुना नहीं है तो एक गीत ज़रूर सुनियीगा , आपकॊ न...आपने सुना नहीं है तो एक गीत ज़रूर सुनियीगा , आपकॊ नही मिला तॊ मुझॆ कहिये मै भेज दूंगा \ amith.kh@gmail.com<br />मूवि - बाज़ार<br />गीत - दिखायी दिये युँ, के बेखुद किया<br /><br />शायद आपने सुना होगा फिर भि आपके कविता पढ कर याद आगयी वो गीत |Amithttps://www.blogger.com/profile/14198093577827032385noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-288179458094545764.post-58445238632434072472009-08-04T12:08:47.876+05:302009-08-04T12:08:47.876+05:30नमस्ते तेजस्विनि,
मॆरी ये पेहली भेंट है आपके ब्ला...नमस्ते तेजस्विनि, <br />मॆरी ये पेहली भेंट है आपके ब्लाग मैं । बहुत हि अच्छी है कल्पना आपकी । आखरी पंक्ती मै जॊ आपने लिखा हैं - " न वह हकीकत थी " , यहा वह का अर्थ पूरी कविता की कल्पना या और कुछ, ऐसे ही पूछना था ।<br /><br />एक सूरज <b>की</b> किरणॆं हुआ तो अच्छा होता सूरज के किरणॆं के बदले मैं । <br />और एक बात हैं - न वह तारा था- यहाँ तारें होने चाहिये , या चांद . क्षमा कीजिये गा मैं आपकी कविता हि बदलने की राय दे रहां हूं ऐसी लगे तॊ । :-) ।Amithttps://www.blogger.com/profile/14198093577827032385noreply@blogger.com